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Google Pixel 9 Pro: एक कॉम्पैक्ट पावर हाउस

Google Pixel 9 Pro: एक कॉम्पैक्ट पावर हाउस Google का नया फ्लैगशिप स्मार्टफोन, Pixel 9 Pro, अपने शक्तिशाली स्पेसिफिकेशंस और स्मार्ट डिज़ाइन के कारण टेक प्रेमियों और समीक्षकों का ध्यान आकर्षित कर रहा है। इस समय जहां अधिकांश फ्लैगशिप डिवाइस बड़े आकार की तरफ बढ़ रहे हैं, Pixel 9 Pro अपने कॉम्पैक्ट डिज़ाइन के साथ एक अनोखा अनुभव देने का प्रयास करता है। प्रमुख विशेषताएं और प्रदर्शन: कॉम्पैक्ट डिज़ाइन: Pixel 9 Pro का छोटा फॉर्म फैक्टर इसे आसानी से एक हाथ से इस्तेमाल करने में सहायक बनाता है। इसके बावजूद यह शानदार प्रदर्शन प्रदान करता है। उन्नत कैमरा सिस्टम: Google का कैमरा सिस्टम Pixel 9 Pro में बेहतर प्रदर्शन करता है, विशेषकर कम रोशनी में भी बेहतरीन फ़ोटो और वीडियो लेने की क्षमता रखता है। शक्तिशाली प्रोसेसर: Pixel 9 Pro में नवीनतम Tensor G2 चिप का उपयोग किया गया है, जो मल्टीटास्किंग को सहज बनाता है और सभी टास्क्स को स्मूदली हैंडल करता है। लंबे समय तक चलने वाली बैटरी: यह डिवाइस लंबे समय तक बैटरी बैकअप प्रदान करता है, जो दिनभर के उपयोग के लिए उपयुक्त है। शुद्ध Android अ

मेटा का 'हाइपरस्केप' मेटावर्स डेमो वेब3 और वास्तविक दुनिया का जबरदस्त मेल!

मेटा का 'हाइपरस्केप' मेटावर्स डेमो   वेब3 और वास्तविक दुनिया का जबरदस्त मेल! क्या आपने सुना है? मेटा ने हाल ही में एक ऐसा डेमो दिखाया है जिसने तकनीकी दुनिया में तहलका मचा दिया है! इसका नाम है  'हाइपरस्केप' मेटावर्स डेमो। ये क्या है? 1. वेब3 और वास्तविक दुनिया का मेल: इस डेमो ने दिखाया है कि कैसे वेब3 की तकनीक को वास्तविक दुनिया में लाया जा सकता है। 2.एक नया अनुभव: इससे पहले हमने जो कुछ भी देखा था, उससे ये बहुत अलग है। ये एक ऐसा अनुभव है जिसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है। 3.असीमित संभावनाएं: इस डेमो ने दिखाया है कि भविष्य में हमारी तकनीक कितनी शक्तिशाली हो सकती है। क्यों है ये इतना खास? 4नई दुनिया की झलक: इस डेमो ने हमें एक ऐसी दुनिया की झलक दिखाई है जहां डिजिटल और वास्तविक दुनिया एक साथ मिलकर काम करेंगी। 5.अनंत संभावनाएं: इस तकनीक के साथ, हमारी रचनात्मकता की कोई सीमा नहीं होगी। 6.एक नया युग: ये तकनीक एक नए युग की शुरुआत है, जहां हमारी सोचने और काम करने का तरीका पूरी तरह से बदल जाएगा। आप क्या सोचते हैं? क्या आप इस तकनीक के बारे में उत्साहित हैं? क्या आपको लगता है कि

सोने-चांदी की चमक बरकरार कीमतों में उछाल

सोने-चांदी की चमक बरकरार, कीमतों में उछाल देश में सोने-चांदी की चमक फिलहाल बरकरार है। दोनों ही कीमती धातुओं के दामों में आज भी तेजी देखने को मिली है। निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी और वैश्विक स्तर पर कीमतों में उतार-चढ़ाव के बीच स्थानीय बाजार में सोना और चांदी लगातार नए रिकॉर्ड बना रहे हैं। आज 24 कैरेट सोने का भाव 596 रुपये की तेजी के साथ 69,905 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। वहीं, 22 कैरेट सोने का भाव 64,033 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है। दूसरी ओर, चांदी में भी तेजी का रुख रहा। इसका भाव 568 रुपये बढ़कर 83,542 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया है। विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में भी सोने-चांदी की कीमतों में तेजी का रुख बना रह सकता है। वैश्विक स्तर पर आर्थिक अनिश्चितता, मुद्रास्फीति की चिंताएं और भू-राजनीतिक तनाव सोने की मांग को बढ़ावा दे रहे हैं। इसके अलावा, निवेशकों के बीच सोने को सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में देखा जा रहा है, जिससे इसकी खरीद बढ़ी है। चांदी की मांग में भी इलेक्ट्रॉनिक्स, सौर ऊर्जा और औद्योगिक उपयोग के कारण वृद्धि देखी जा रही है। साथ ही, सिक्क

5जी युद्ध में उतरा बीएसएनएल

भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने घोषणा   की है कि वह जल्द ही 5जी सेवा शुरू करने जा रहा है। बीएसएनएल के पास फिलहाल 3जी सेवा है और वह अपने 4जी नेटवर्क का तेजी से विस्तार कर रहा है, जबकि जियो और एयरटेल पहले से ही 5जी नेटवर्क में अपग्रेड हो चुके हैं। बीएसएनएल को एक गजब की डील मिली है, जिससे सरकारी टेलीकॉम कंपनी का कायाकल्प हो सकता है। अब कंपनी 5जी सर्विस ऑफर करने वाली है। इससे जियो और एयरटेल कंपनी की टेंशन बढ़ने वाली है। इस 5जी ट्रायल को दिल्ली, बैंग्लोर, चेन्नई जैसे लोकेशन पर ट्रायल किया जाएगा। बीएसएनएल के इस कदम से टेलीकॉम सेक्टर में काफी हलचल मच गई है। बीएसएनएल के पास पहले से ही देश के दूरदराज इलाकों में व्यापक नेटवर्क है, जिससे वह 5जी सेवा को आसानी से फैला सकता है। इसके अलावा, बीएसएनएल सरकार की कंपनी है, जिससे उसे अन्य टेलीकॉम कंपनियों की तुलना में कुछ फायदे भी मिल सकते हैं। हालांकि, बीएसएनएल के सामने कई चुनौतियां भी हैं। कंपनी को अपने नेटवर्क को अपग्रेड करने के लिए बड़ी मात्रा में निवेश करने की जरूरत होगी। इसके अलावा, कंपनी को प्रतिस्पर्धी टेलीकॉम कंपनियों से मुकाबला

छत्तीसगढ़ शिक्षा व्यवस्था में गहरा संकट

छत्तीसगढ़ शिक्षा व्यवस्था में गहरा संकट छत्तीसगढ़ में शिक्षा का हाल बेहद खराब है। ये आंकड़े चौंकाने वाले हैं, लेकिन सच हैं। प्रदेश में नई शिक्षा नीति लागू करने की तैयारी चल रही है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे कोसों दूर है। बुनियादी ढांचे की कमी, शिक्षकों की भारी भरकम कमी और विभिन्न संवर्गों में शिक्षकों के बीच भेदभाव ने शिक्षा के स्तर को गिरफ्तार कर रखा है। बस्तर संभाग की स्थिति और भी दयनीय है। यहां हजारों स्कूलों में शिक्षक ही नहीं हैं। कई स्कूल तो भवन विहीन हैं। आत्मानंद स्कूलों की भी स्थिति कुछ अलग नहीं है। शिक्षकों की कमी और स्थायी नीति के अभाव ने इन स्कूलों की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ओर जहां सरकार नई शिक्षा नीति की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर शिक्षकों के तीन अलग-अलग संवर्ग हैं, जिनके भर्ती और पदोन्नति के नियम अलग-अलग हैं। इससे शिक्षकों में असंतोष व्याप्त है। टी संवर्ग के शिक्षकों की पदोन्नति तो पिछले डेढ़ दशक से अटकी पड़ी है। प्राचार्यों की भी स्थिति अच्छी नहीं है। हजारों स्कूल ऐसे हैं जहां प्रधानाचार्य का पद खाली पड़ा है। कई स्कूलों में तो संविदा शिक्षकों

छत्तीसगढ़ में ज्ञान का नया दीपक जलेगा

छत्तीसगढ़ में ज्ञान का नया दीपक जलेगा छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए एक नई उम्मीद की किरण जगी है। राज्य सरकार ने प्रदेश के 13 नगरीय निकायों में नालंदा परिसर की तर्ज पर आधुनिक पुस्तकालयों के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए 85 करोड़ 42 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने इस पहल को ज्ञान आधारित समाज की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उन्होंने कहा कि इन पुस्तकालयों का निर्माण युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करेगा। कहां-कहां बनेंगे ये पुस्तकालय? राज्य सरकार की इस सौगात से कबीरधाम, दुर्ग, बालोद, बेमेतरा, राजनांदगांव, कांकेर, नारायणपुर, जांजगीर, लोरमी, बलौदाबाज़ार, कुनकुरी, जशपुर और अम्बिकापुर के युवाओं को लाभ मिलेगा। इनमें से चार नगरीय निकायों में 500 सीटों की क्षमता वाले पुस्तकालय बनेंगे, जबकि बाकी नौ में 200 सीटों के पुस्तकालय स्थापित किए जाएंगे। युवाओं का भविष्य संवारेगी ये लाइब्रेरी इन आधुनिक पुस्तकालयों में छात्रों को अध्ययन के लिए शांत और सुविधाजनक वातावरण मिलेगा। यहां उन्हे

समय का महत्व हर व्यक्ति के जीवन में अनमोल होता है

समय का महत्व हर व्यक्ति के जीवन में अनमोल होता है। समय का महत्व हर व्यक्ति के जीवन में अनमोल होता है। हमारे पास एक दिन में 86400 सेकंड होते हैं, जिन्हें यदि सही ढंग से इस्तेमाल किया जाए, तो हमारी जीवन यात्रा को सार्थक बना सकते हैं। हर सेकंड का मूल्य समझना और उसे सही दिशा में निवेश करना ही हमें सफलता और संतुष्टि की ओर ले जाता है।  समय का सबसे अच्छा उदाहरण प्रकृति देती है। सूरज का उगना और ढलना, पौधों का अंकुरित होना और फसल का पकना—ये सब हमें यह सिखाते हैं कि हर चीज का समय होता है और समय का पालन करते हुए ही परिणाम प्राप्त होते हैं। जब हम समय की कद्र नहीं करते, तो हमारे कार्य अव्यवस्थित हो जाते हैं और हम अपनी मंजिल से भटक सकते हैं।  सोचिए, अगर किसी विद्यार्थी ने अपने अध्ययन का समय सही ढंग से बांटा हो, तो परीक्षा के समय उसे पढ़ाई का तनाव नहीं होता। वहीं, यदि समय की अनदेखी की जाए, तो परीक्षा के नजदीक आते ही हड़बड़ी में पढ़ाई करनी पड़ती है और परिणाम भी आशा के विपरीत होते हैं। इसी प्रकार, कार्यक्षेत्र में भी समय प्रबंधन का विशेष महत्व है। एक व्यवस्थित दिनचर्या न केवल कार्यों को समय