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एक दिन में 86400 सेकंड का सर्वोत्तम उपयोग कैसे करें

एक दिन में 86400 सेकंड का सर्वोत्तम उपयोग कैसे करें आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में, समय हमारी सबसे कीमती संपत्ति बन गया है। हमारे पास हर दिन 86,400 सेकंड होते हैं, और यह हम पर निर्भर करता है कि हम इनका उपयोग कैसे करते हैं। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं जिनसे आप अपने दिन का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं: 1. लक्ष्य निर्धारित करें: यह आपको ध्यान केंद्रित करने और प्रेरित रहने मेंसफलता की कुंजी है लक्ष्य निर्धारित करना। अपने दिन की शुरुआत स्पष्ट लक्ष्यों के साथ करें, चाहे वे छोटे हों या बड़े मदद करेगा। 2. प्राथमिकता दें: सभी कार्य समान नहीं होते हैं। कुछ महत्वपूर्ण, कुछ अत्यावश्यक और कुछ कम महत्वपूर्ण होते हैं। अपनी सूची को प्राथमिकता दें और सबसे महत्वपूर्ण कार्यों पर ध्यान केंद्रित करें। 3. समय प्रबंधन: अपने समय का कुशलतापूर्वक प्रबंधन करना सीखें। "टू-डू लिस्ट" बनाएं, समय सारणी बनाएं और कार्यों को पूरा करने के लिए समय सीमा निर्धारित करें। 4. विचलन कम करें: सोशल मीडिया, फोन नोटिफिकेशन और अन्य विचलनों से बचें जो आपके ध्यान को भंग कर सकते हैं। जब आप काम कर रहे हों तो इन चीजों

CrowdStrike क्या है

CrowdStrike क्या है? CrowdStrike एक अमेरिकी साइबर सुरक्षा कंपनी है जो एंडपॉइंट सुरक्षा, क्लाउड वर्कलोड सुरक्षा, खतरे की बुद्धि और साइबर हमले की प्रतिक्रिया सेवाएं प्रदान करती है। CrowdStrike कैसे काम करता है? CrowdStrike Falcon Platform नामक एक क्लाउड-आधारित एंडपॉइंट सुरक्षा मंच का उपयोग करता है। यह मंच एंडपॉइंट्स पर एजेंट्स को तैनात करता है जो संदिग्ध गतिविधि के लिए लगातार डेटा एकत्र करते हैं और विश्लेषण करते हैं।  CrowdStrike Threat Graph नामक एक ग्लोबल खतरे की बुद्धिमत्ता ग्राफ का भी उपयोग करता है, जो नवीनतम खतरों और कमजोरियों के बारे में जानकारी प्रदान करता है। CrowdStrike के फायदे: वास्तविक समय की सुरक्षा: CrowdStrike वास्तविक समय में खतरों का पता लगा सकता है और उन्हें रोक सकता है। गहन सुरक्षा: CrowdStrike एंडपॉइंट्स, क्लाउड वर्कलोड और नेटवर्क की सुरक्षा के लिए व्यापक सुरक्षा प्रदान करता है। खतरे की बुद्धि: CrowdStrike Threat Graph नवीनतम खतरों और कमजोरियों के बारे में अद्यतित जानकारी प्रदान करता है। प्रतिक्रिया: CrowdStrike साइबर हमलों की त्वरित और प्रभा

Royal Enfield Guerrilla 450 रॉयल एनफील्ड की दमदार रोडस्टर

Royal Enfield Guerrilla 450 रॉयल एनफील्ड की दमदार रोडस्टर लंबे इंतजार के बाद आखिरकार रॉयल एनफील्ड ने अपनी Guerrilla 450 बाइक लॉन्च कर दी है। 450 सीसी सेगमेंट में यह बाइक हिमालयन 450 के साथ-साथ बाकी कंपनियों की 400-450 सीसी बाइक को कड़ी टक्कर देगी। स्पेन के बार्सिलोना में आयोजित एक कार्यक्रम में आयशर मोटर्स लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर सिद्धार्थ लाल ने ग्लोबल स्तर पर Guerrilla 450 को लॉन्च किया। यूरोप में इसकी बुकिंग शुरू हो चुकी है और भारतीय बाजार में भी जल्द ही इसकी बिक्री शुरू होगी। ₹2.39 लाख की शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत के साथ यह रोडस्टर बाइक बाजार में धूम मचाने को तैयार है। आइए जानते हैं रॉयल एनफील्ड की इस नई बाइक Guerrilla 450 के बारे में सब कुछ: डिजाइन:   Guerrilla 450 में आधुनिक-रेट्रो स्टाइल वाला डिजाइन है।  इसमें गोल LED हेडलाइट, 11 लीटर का आंसू के आकार का फ्यूल टैंक, और पतला टेल सेक्शन दिया गया है।  बाइक में सिंगल-पीस सीट और पीछे बैठने वाले के लिए ट्यूबलर ग्रैब रेल है। इंजन:  Guerrilla 450 में 452cc, लिक्विड-कूल्ड, सिंगल-सिलेंडर इंजन दिया गया है।  यह इंजन 39.50bhp

जीवन यात्रा मे उम्र का पड़ाव जब आता है

जीवन यात्रा मे  उम्र का पड़ाव जब आता है,  उम्र का पड़ाव जब आता है,  सपनों की दुनिया को पीछे छोड़ जाता है। मंजिलें न जाने कब और कहां छूट जाती हैं,  वक्त की रेत मुट्ठियों से फिसल जाती है। जवानी का जोश जब ठहर जाता है,  बचपन का मासूमियत याद दिलाता है। हर मोड़ पर नया सबक सिखाता है,  उम्र का हर पड़ाव कुछ नया बताता है। जीवन की राह में संघर्ष भी संग चलते है,  खुशियों के पल भी संग चलते है। उम्र का पड़ाव हमें सिखाता है,  हर पल का महत्व समझाता है। उम्र का पड़ाव न कोई रुकावट है,  न कोई मंजिल की हद।  यह तो बस एक सफर है,  जो अनवरत चलता ही रहता है|   By -priya

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट के शुभ आशीर्वाद कार्यक्रम में दी शुभकामनाएं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट के शुभ आशीर्वाद कार्यक्रम में भाग लिया और नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया।  मुंबई में आयोजित इस भव्य समारोह में, प्रधानमंत्री मोदी ने अनंत और राधिका को उनके नए जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर उन्होंने जोड़े के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि उनका मिलन एक नई शुरुआत का प्रतीक है।  इस आयोजन में उद्योग, राजनीति और फिल्म जगत के कई प्रमुख हस्तियों ने भी शिरकत की, जिससे यह कार्यक्रम और भी शानदार बन गया। नवविवाहित जोड़े के लिए यह दिन यादगार और खास बन गया, क्योंकि प्रधानमंत्री का आशीर्वाद उन्हें अपने नए जीवन की शुरुआत में नई ऊर्जा और प्रेरणा देगा।

ज़िंदगी के तूफानों में मुस्कान

ज़िंदगी के तूफानों में मुस्कान ज़िन्दगी में परेशानियाँ कितनी भी हों, हर साँस के साथ खुदा का शुक्रिया करें। मुश्किलें आयेंगी और जायेंगी, खुशियों के लम्हों को गले से लगायें। हर दर्द के पीछे छुपी होती है एक सीख, हिम्मत रखो और न टूटने दो अपनी उम्मीद। तूफ़ानों से डर कर नहीं बैठा जाता, मुसीबतों से लड़कर ही जीत हासिल होती है। दर्द को अपनी ताकत बना लो, हर आँसू को मुस्कान में बदल डालो। दुनिया चाहे जितनी भी कठिन हो, अपनी राह खुद बना लो। जीवन के सफर में गम तो साथी बनते हैं, लेकिन उनके बिना खुशियों की कीमत कौन समझे? हिम्मत रखो और आगे बढ़ते रहो, क्योंकि सुबह के बाद अंधेरा नहीं होता। मुश्किलें हमें मज़बूत बनाने आती हैं, हर हार के बाद जीत की उम्मीद लाती हैं। अपनी तकलीफों को किसी से मत कहो, खुद ही उनसे लड़ो और उनसे उबरो। हर रात के बाद नया सवेरा आता है, तकलीफों के बाद सुकून का मौसम भी आता है। अपनी परेशानियों को अपनी कहानी बनाओ, और उसे अपनी ताकत से लिखो। By- priya

रथ यात्रा 2024 भगवान जगन्नाथ की दिव्य यात्रा का अनुभव करें

रथ यात्रा 2024: भगवान जगन्नाथ की दिव्य यात्रा का अनुभव करें! रथ यात्रा, जिसे भगवान जगन्नाथ की यात्रा के रूप में भी जाना जाता है, भारत के ओडिशा राज्य के पुरी शहर में आयोजित एक प्रमुख हिन्दू उत्सव है। यह यात्रा भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के विशाल रथों पर सवार होकर मंदिर से गुंडिचा मंदिर तक यात्रा करने के रूप में मनाई जाती है। इस यात्रा का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व बहुत अधिक है, और यह यात्रा लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करती है।   रथ यात्रा का इतिहास रथ यात्रा की शुरुआत कई शताब्दियों पहले हुई थी। यह कहा जाता है कि रथ यात्रा का प्रारंभ 12वीं शताब्दी में हुआ था जब राजा अनंतवर्मन चोडगंग देव ने जगन्नाथ मंदिर का निर्माण कराया था। हालांकि, इसके कुछ पहलू प्राचीन वेदों और पुराणों में भी पाए जाते हैं। इस यात्रा का वर्णन स्कन्द पुराण, ब्रह्म पुराण और पद्म पुराण जैसे धार्मिक ग्रंथों में भी मिलता है।   रथ यात्रा की पौराणिक कथाएं रथ यात्रा की कई पौराणिक कथाएं हैं, जिनमें से एक प्रमुख कथा के अनुसार, भगवान कृष्ण, बलराम और सुभद्रा द्वारका से अपने ननिहाल, वृन्दावन की यात्रा प